चावल के आटे से बनाए बहुत ही स्वादिष्ट नमकीन रोटी |नमक रोटी | Village style Namak Roti|surjapuri food
Ingredients
Rice flour 450 grm ( chawal ka aata )
Water 4 glass
Ginger paste 1 TSP
Garlic paste 1 TSP
Red chilli pwdr 1 TSP
Turmeric pwdr 1 TSP
Salt 2 tsp
Garam masala pwdr half TSP
Oil for frying 5-6 tbsp..
#Namkimroti #surjapurifood #samslyfstyle
Previous video links
/watch/o8RVW0q67he6V/watch/0AVJOSWAQpeAJ/watch/saoCqwhByvQBC/watch/kvKCPp5E7b6EC
Keywords
Namak Roti, Namkin roti, Masala roti.surjapuri food , Bihari food, traditional food, simanchal food, Village style Namkin roti, Village style namak roti, very easy recipe, quick and easy recipe, Namak Roti kaise banaye,how to make Namkin,plan roti, Masala roti, yellow roti ,
चावल में रोटी के मुकाबले फाइबर, प्रोटीन और फैट की मात्रा कम होती है। इसी के साथ चावल में कैलोरीज भी रोटी के मुकाबले अधिक होती हैं। इन सबके बावजूद एक खास बात यह है कि रोटी को पचाने में समय लगता है, लेकिन चावल आसानी से डाइजेस्ट यानी पच जाते हैं
चावल के आटे के फायदे इस प्रकार हैं:
चावल का आटा फाइबर से समृद्ध होता है -तर में पहला अंतर है उनके छिलके का। पिसाई के समय चावलों का छिलका निकाल दिया जाता है, जिससे सफेद चावल बनते हैं। हालांकि ब्राउन राइस के छिलके के साथ उसे पीसा जाता है, जिसमें फाइबर, विटामिन और पोषक तत्व जैसे कैल्शियम व जिंक होता है। चावल के आटे का उपयोग करने के लिए आप ब्राउन राइस का भी चयन कर सकते हैं।
(और पढ़ें - ब्राउन राइस या वाइट राइस - किसका सेवन है अधिक फायदेमंद)
चावल के आटे को चेहरे पर लगाने से मुहांसे नहीं होते - Chawal ke aate ko chehre par lagane se muhanse nahi hote
चावल का आटा फाइन लाइंस और मुहांसों, जिनकी वजह से उम्र से पहले एजिंग की समस्या शुरू हो जाती है,
)
चावल के आटे का इस्तेमाल कैसे करें:
सामग्री:
एक छोटा चम्मच चावल का आटा।
एक बड़ा चम्मच खीरे का जूस।
एक बड़ा चम्मच नींबू जूस।
बनाने व लगाने का तरीका:
पहले सभी सामग्रियों को एक बर्तन में मिलाकर पेस्ट बना लें।
चावल के आटे के लाभ बनाएं बालों को खुबसूरत - Chawal kea ate ke labh banaye balo ko khubsurat
चावल का आटा दानेदार और स्टार्च वाला होता है इसलिए इससे बालों को मजबूत व मुलायम बनाने में मदद मिलती है।
(और पढ़ें - बालों को मजबूत बनाने के लिए तेल)
पढ़ें - मुल्तानी मिट्टी हेयर पैक)
चावल के आटे से डार्क सर्कल को करें दूर - Chawal ke aate se dark circle ko kare door
चावल का आटा आंखों के काले घेरों का इलाज करने के लिए बहुत ही बेहतरीन प्राकृतिक उपाय है। इससे आपका चेहरा और आंखें ताजा महसूस करती हैं। इन सामग्रियों के इस्तेमाल से आंखों के आसपास काले घेरे हल्के पड़ने लगते हैं और इस तरह आप जवान लगने लगते हैं।
चावल के आटे का इस्तेमाल कैसे करें:
सामग्री:
एक केला।
एक बड़ा चम्मच अरंडी का तेल।
एक बड़ा चम्मच चावल का आटा।
(और पढ़ें - केले के छिलके के फायदे)
बनाने व लगाने का तरीका:
पहले गाढ़ा पेस्ट तैयार करने के लिए केले को चम्मच से मसल लें।
चावल का आटा सनटैन को करता है दूर - Chawal ka aata suntan ko karta hai door
चावल में सूरज की किरणों से बचाने के गुण मौजूद होते हैं जैसे फेरुलिक एसिड (ferulic acid) और एलन्टोइन (Aallantoin) जो कि एक बेहतरीन प्राकृतिक सनस्क्रीन हैं। चावल के आटे में सूजनरोधी गुण होते हैं जो सनबर्न की समस्या को दूर करते हैं और सन टैन होने से बचाते हैं।
चावल के आटे का इस्तेमाल कैसे करें:
सामग्री:
एक बड़ा चम्मच चावल का आटा।
एक बड़ा चम्मच ठंडा दूध।
बनाने व लगाने का तरीका:
(और पढ़ें - सनबर्न हटाने के घरेलू उपाय)
चावल के आटे के नुकसान - Chawal ke aate ke nuksan
चावल के आटे के नुकसान इस प्रकार है:
1. गेहूं के आटे के मुकाबले चावल के आटे में कम फोलेट होता है:
गेहूं के आटे और चावल के आटे में समान रूप से थायमिन, नियासिन और राइबोफ्लाविन और विटामिन जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं वही गेहूं के आटे में चावल के आटे के मुकाबले फोलेट अधिक मात्रा में होता है जिसके कारण गेहूं के आटे से आपको रोजाना का 14% फोलेट प्राप्त होता है।
(और पढ़ें - हृदय रोग में क्या खाएं)
हमारे लिए फोलेट बेहद आवश्यक होता है क्योंकि यह खून से होमोसिस्टीन को साफ करता है और ह्रदय रोग के जोखिम कम करने में मदद करता है। यह नई कोशिकाओं के विकास और वृद्धि के लिए भी आवश्यक होता है, जो कि प्रेगनेंसी में बेहद लाभदायक है।
(और पढ़ें - हृदय रोग के घरेलू उपाय)
2. गेहूं के आटे के मुकाबले चावल के आटे में फाइटोन्यूट्रिएंट्स कम होते हैं:
चावल के आटे और गेहूं के आटे में में कैंसर से लड़ने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं जिन्हें लिग्नंस कहते हैं, लेकिन साबुत अनाज में चावल के आटे के मुकाबले 30% फाइटोन्यूट्रिएंट्स अधिक होते हैं। लिग्नंस शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर को संतुलित रखने में मदद करते हैं। जिन खाद्य पदार्थों में लिग्नंस होते हैं वो हृदय रोग, कैंसर और कोलेस्ट्रॉल का जोखिम कम करते हैं।
Don't forget to like share and subscribe my channel
Thanks for watching....